ख़ामोशी
December 29, 2007
1. मां
व्यर्थ न जाये वात्सल्य तुम्हारा
इसका अहसास रहेगा
लौटा सकूं
जीवन में कुछ तुमको
मेरा यह प्रयास रहेगा
तब तक
हे जननी मेरी!
मुझपर तेरा यह क़र्ज़ रहेगा.
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