February 1, 2010

पप्पू पास ही नहीं होता

बड़े अरमान से पापा ने
पप्पू को पाला
थोड़ा बड़ा हुआ तो स्कूल में डाला
पढ़ेगा-लिखेगा बनेगा नवाब
...लेकिन पढ़कर भी पप्पू नहीं हुआ पास।
इश्क किया, सिसकता रहा
मर्ज कैंसर की तरह बढ़ता रहा
तन्हाई में आहें भरता है
देर रात तक नहीं सोता है
क्या करें? अपना सिक्का ही खोटा है
प्यार करके भी पप्पू रोता है।
एक अखबार के विज्ञापन में
धोनी कहता है-
जि़द करो, दुनिया बदलो
अपना पप्पू
जि़द करता है तो पिटता है।
समझाओ तो खिझता है
क्या करें पापा भी
किसी परीक्षा में
पप्पू पास ही नहीं होता है।

2 comments:

रवि धवन said...

हाहाहाहाहाहाहाहाहा...पप्पू को कोई अच्छा टीचर नहीं मिला शायद। मेरा पता दे देना।

स्वप्न मञ्जूषा said...

हा हा हा हा हा..,
धोनी से कहिये पप्पू को अच्छी तरह धो दे...
दिमाग ठिकाने आ जाए तो ठीक हो जाएगा ...हा हा हा