ख़ामोशी
January 14, 2008
22. मन चाहता है
आज मन लिखना नहीं
कुछ कर गुज़रना चाहता है
अतीत के स्याह पन्ने से
निकल भागना चाहता है
किसी की यादों में खोने
उसकी अमराई में उतराना
रूप लावण्य को बूँद-बूँद पीना चाहता है
सच कहूं तो
मन अब जीना चाहता है ....
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